ग्वालियर। ग्वालियर। 17 अक्टूबर को ग्रहों के राजा सूर्य देव राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि इस दिन सूर्य देव कन्या राशि से तुला राशि में प्रवेश कर जाएंगे। सूर्य हर माह में राशि परिवर्तन करते हैं। ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों के राशि परिवर्तन को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। सूर्य देव को ज्योतिष में विशेष स्थान प्राप्त है। सूर्य शाम 7 बजकर 22 मिनट पर कन्या राशि से निकलकर अपनी नीच राशि तुला राशि में प्रवेश करेंगे। 16 नवंबर तक तुला राशि में विराजमान रहेंगे। तुला राशि में आने के बाद सूर्य अपनी नीच अवस्था में आ जाएंगे। जिससे कई राशियों पर लगभग एक महीने प्रतिकूल प्रभाव दिखाई दे सकता है। साथ ही देश दुनिया और राजनीति पर भी यह उथल पुथल की स्थिति ला सकता है।
सूर्य को आत्मा और पिता का कारक भी बताया गया है। सूर्य शुभ होने पर व्यक्ति को उच्च पद प्रदान करते हैं। ज्योतिष ग्रंथों के अनुसार सूर्य को सिंह राशि का स्वामी माना गया है। मेष राशि ये में उच्च के माने जाते हैं। वहीं तुला राशि में सूर्य नीच के हो जाते हैं। सूर्य के राशि परिवर्तन को संक्रांति भी कहते हैं।
सूर्य के तुला में प्रवेश से राशियों पर प्रभाव
मेष राशि: सूर्य के इस गोचर से मेष राशि के जातकों के दांपत्य सुख में कमी होगी, पारिवारिक क्लेश हो सकते हैं।
वृषभ राशि: इस गोचर से लंबे समय से चल रही बिमारियों से मुक्ति मिलेगी। राज्य से लाभ प्राप्त होगा।
मिथुन राशि: मानसिक चिंताएं घेर सकती है। राज्याधिकारियों से विवाद होगा। संतान को कष्ट की संभावना है। धनहानि होगी।
मकर राशि: आपके व्यापार में वृद्धि होगी व लाभ प्राप्त होगा।
कुंभ राशि: पारिवारिक विवाद के कारण अशांति का वातावरण रहेगा। धन खर्च बढेगा।
मीन राशि: कोर्ट-कचहरी व मुकदमें में असफलता के योग हैं। धन का अपव्यय होगा।