ग्वालियर एमपी में उपचुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी ने ग्वालियर में अपना चुनावी वॉर रूम बनाया है। वॉर रूम में बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं की तस्वीर है। लेकिन बीजेपी संस्थापक सदस्य अटल बिहार वाजपेयी और राजमाता विजयाराजे सिंधिया की तस्वीर नहीं है। वो भी तब जब ग्वालियर राजमाता की कर्मभूमि रही है। इसे लेकर अब सवाल उठने लगे हैं।
उपचुनाव को देखते हुए शहर में बहुत ही भव्य वॉर रूम बनाया गया है। पीएम मोदी से लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया तक की बड़े-बड़े तस्वीर वॉर रूम में लगे हैं। लेकिन बीजेपी के संस्थापक नेताओं को इस वॉर रूम में कहीं जगह नहीं मिली है। इस वॉर रूम को उपचुनाव की तैयारियों के लिए बनाया गया है। प्रदेश में 28 सीटों पर उपचुनाव है, 16 सीटें ग्वालियर-चंबल से हैं। 16 सीटों पर उपचुनाव की तैयारी इसी वॉर रूम से चल रही है |
वहीं, जिन नेताओं के नाम से कभी बीजेपी जानी जाती थी, जिन्होंने अपने खून पसीने से इस पार्टी को सींचा था, तब जाकर पार्टी आज इस मुकाम पर खड़ी हुई है। लेकिन ग्वालियर के एक निजी होटल में चुनावी गतिविधियों पर नजर रखने और चुनावी रणनिति के लिए तैयार किए गए वॉर रूम में पुराने नेताओं को जगह नहीं मिली है।
खास बात यह है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर जम कर वोट मांगे गए थे। लेकिन अब उनको याद तक नहीं रखा गया है। वो भी तब जब ग्वालियर से अटल जी का रिश्ता रहा है। वह माधवराव सिंधिया के खिलाफ ग्वालियर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं, राजमाता की यह कर्मभूमि है।
जब इस मामले में बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर से बात की, तो उन्हें इस बात का एहसास नहीं हुआ। लेकिन वो अब दलील दे रहे हैं कि अभी काम पूरा नहीं हुआ है। जल्द ही दोनों नेताओ की तस्वीर लगाई जाएगी। लेकिन सवाल यह उठता है कि जब अन्य नेताओं की तस्वीर लगाए जा चुके हैं, तो दोनों नेताओं की याद अभी तक बीजेपी को क्यों नहीं आई।