रतलाम। एक महिला को उसके पति और ससुरालवालों ने पेड़ से बांधकर पीटा। वे महिला को घसीटकर पेड़ तक लाए। यहां लात-घूंसों, डंडे और कुल्हाड़ी से दो घंटे तक पीटते रहे। लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला को छुड़ाया। घटना रतलाम जिले के आलोट के तारागढ़ गांव की है। पुलिस के मुताबिक महिला 8 महीने बाद अपने प्रेमी के साथ रहकर घर लौटी थी। इसके बाद गुस्साए पति ने परिवारवालों के साथ मिलकर उसकी पिटाई कर दी। महिला रतलाम जिला अस्पताल में भर्ती है। आलोट थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों को पकड़ लिया है। वहीं पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने मुख्य आरोपियों को नहीं पकड़ा।
मेरी शादी करीब 9 साल पहले हुई थी। मेरा एक 8 साल का बेटा और एक 5 साल की बेटी है। मेरा पति कोई काम नहीं करता है। वह मेरी व मेरे बच्चों की जिम्मेदारी भी नहीं उठाता है। वह शराब पीकर गांव में इधर-उधर घूमता रहता है। शराब को लेकर पति से विवाद होने लगा था। मैं करीब 8 महीने पहले जावरा के बन्नेखेड़ा गांव में जाकर मजदूरी करने लगी। उस समय मेरे परिवार वाले मुझे वहां से पकड़कर लाए थे और मेरे साथ मारपीट की थी। उन्होंने थाने में जबरन बयान दिलवाया था कि मैं अपने प्रेमी के साथ गई थी। कुछ समय बाद मैं फिर से बन्नेखेड़ा में मजदूरी करने के लिए चली गई थी। मैं शनिवार को घर वापस आई। रविवार को मैं घर में झाडू लगा रही थी, तभी मेरा पति और ससुराल वाले आए। उन्होंने कहा कि तू किसी ओर के साथ रहकर वापस आई है।
आलोट थाना प्रभारी शिव मंगल सिंह सेंगर ने बताया कि महिला फरवरी-मार्च में पड़ोस में रहने वाले लड़के के साथ चली गई थी। पुलिस ने 7 दिन बाद महिला को बरामद कर लिया था। महिला ने पुलिस से कहा था कि वह लड़के के साथ ही रहना चाहती है। उसके बाद वह लड़के के साथ राजस्थान के चित्तौड़ के आस-पास रह रही थी। पति और परिवार के सदस्यों ने कहा था कि अगर वह उस लड़के के साथ रहना चाहती है तो रहे, लेकिन घर लौट कर ना आए। महिला नहीं मानी और शनिवार वापस घर आ गई। महिला को देखकर पति और ससुरालवालों को गुस्सा आ गया। घर में उसके साथ मारपीट की, तो वह घर से डर कर भाग गई। उसके चाचा ससुर के बेटों ने उसका पीछा कर सिर पर कुल्हाड़ी मार दी। उसके सिर में 11 टांके आए हैं।