भोपाल। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर फिर हमला बोला है। उन्होंने राहुल गांधी को अपरिपक्व राजनेता करार देते हुए कहा कि उनसे ज्यादा समझदार तो भारतीय जनता पार्टी का बूथ का एक कार्यकर्ता है। शिवराज ने कहा कि राहुल गांधी मेच्योर नहीं हैं, उनकी मानसिक आयु बच्चों जैसी है। लेकिन इस अपरिपक्व नेता को कांग्रेस वाले जबरन में राष्ट्रीय नेता बनाने पर तुले हुए हैं। आश्चर्य की बात है कि राहुल बाबा यह बोल रहे हैं कि दुर्भाग्य से मैं सांसद हूं। दुर्भाग्य से सांसद होने का क्या मतलब है…? क्या यह संसद का अपमान नहीं है..? संसद में भेजने वाली जनता का अपमान नहीं है..? क्या यह भारत के लोकतंत्र का अपमान नहीं है..?
शिवराज यहीं नहीं रुके। उन्होंने कि राहुल गांधी ने लोकतंत्र के पवित्र मंदिर का अपमान किया है। भारत के संविधान का अपमान किया है। जनता की आस्था और विश्वास पर चोट की है। अजीब नेता हैं ये जब संसद में बोलना चाहिए तो विदेश भाग जाते हैं, कई बार बिना बताए भी गायब हो जाते हैं। वो विदेश में जाकर देश की आलोचना करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के विरोध में ऐसे अंधे हो गए कि देश का विरोध करते हैं।
शिवराज ने राहुल गांधी से सवाल पूछा कि वह देश के बाहर देश के बारे में जो बात बोलते हैं क्या वो देशद्रोह की श्रेणी में नहीं आता क्या यही उनकी राष्ट्रभक्ति है? शिवराज ने इस बारे में कमल नाथ जी और दिग्विजय सिंह सिंह से भी जवाब मांगा कि क्या वो राहुल गांधी के इन बयानों से सहमत है? दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे नेता को राष्ट्रीय नेता बनाने की जिद पर अड़ी हुई है कांग्रेस। यह कांग्रेस का दुर्भाग्य तो है ही, लेकिन कांग्रेस के दुर्भाग्य को वह देश का दुर्भाग्य बनाने पर न तुलें।