भोपाल।अलग–अलग स्थानों पर बन गई मौसम प्रणालियों से बुधवार शाम से मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने वाला है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वातावरण में नमी आने से इंदौर-उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बादल छा सकते हैं। गुरुवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल, भोपाल, इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। मौसम का इस तरह का मिजाज शुक्रवार को भी बना रह सकता है। इससे दिन के तापमान में कुछ गिरावट होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के पास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। उसके साथ ही एक ट्रफ लाइन भी संबद्ध है। दक्षिण–पश्चिम राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश से लेकर दक्षिण तमिलनाडु तक भी एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इन तीन मौसम प्रणालियों के असर से नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से बुधवार को मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन के तापमान में विशेष बढ़ोतरी होने की संभावना नहीं है। शाम के समय इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में बादल छा सकते हैं। गुरुवार को मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल छाएंगे। साथ ही ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल, भोपाल, इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में कहीं-कहीं गरज–चमक के साथ वर्षा हो सकती है। मौसम का इस तरह का मिजाज शुक्रवार को भी बना रह सकता है।