भोपाल। प्रदेश की 120 लाड़ली बेटियां बाघा-हुसैनी वाला बार्डर की सैर करने के लिए जा रही हैं। इसके लिए रवींद्र भवन में गुरुवार दोपहर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश की खेल और युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया भी उपस्थित रहीं। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दोपहर करीब 02 बजे इन लाड़ली लक्ष्मियों को विशेष बस में बिठाकर स्टेशन के लिए रवाना किया। ये बेटियां दोपहर 3:30 बजे दादर-अमृतसर एक्सप्रेस से रवाना होंगी। ‘मां तुझे प्रणाम’ योजना के तहत यह आयोजन किया जा रहा है।
अनुभव यात्रा में जाने वाली लाड़ली लक्ष्मियां बाघा-हुसैनी वाला बार्डर (अमृतसर पंजाब), स्वर्ण मंदिर, जलियांवाला बाग और रामतीर्थ का भ्रमण करेंगी। गौरतलब है कि पिछले वर्ष निर्णय लिया गया था कि प्रदेश की लाड़ली लक्ष्मी बेटियां ‘मां तुझे प्रणाम’ योजना का हिस्सा बनेगी। यहां पर यह भी बता दें कि वर्ष 2022 में 200 लाड़ली लक्ष्मी बेटियों ने बाघा बार्डर की यात्रा की थी।
मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रदेश के युवाओं में देश की सीमाओं की सुरक्षा के प्रति जागृति लाने, राष्ट्र के प्रति समर्पण, साहस की भावना जागृत करने एवं युवाओं को सेना तथा अर्द्धसैनिक बलों के प्रति आकर्षित करने के उद्देश्य से वर्ष 2013 में ‘मां तुझे प्रणाम’ योजना प्रारंभ की गई थी। इस योजना के तहत अब तक 14 हजार 293 युवाओं को भ्रमण पर भेजा गया, जिसमें 7 हजार 779 युवक और 6 हजार 514 युवतियां शामिल है। इन्हें लेह-लद्दाख, कारगिल, आरएस पुरा (जम्मू-कश्मीर), बाघा-हुसैनीवाला बार्डर (अमृतसर, पंजाब), तनोत माता का मंदिर-लोंगेवॉल (राजस्थान), बीकानेर (राजस्थान), बाडमेर (राजस्थान), कोच्चि (केरल), नाथूला-दर्रा (सिक्किम), तुरा (मेघालय), पेंद्रा-पोल (पश्चिम बंगाल), जय गांव (पश्चिम बंगाल), अण्डमान-निकोबार और कन्याकुमारी (तमिलनाडु) के भम्रण पर भेजा गया था।