भोपाल। कांग्रेस ने बुधनी और विजयपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। बुधनी से पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल को चुना गया है, जबकि विजयपुर से आदिवासी समुदाय से संबंधित मुकेश मल्होत्रा पर भरोसा जताया गया है। पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने असम और मध्य प्रदेश उपचुनाव के उम्मीदवारों की सूची जारी की।
इस बार प्रदेश कांग्रेस ने प्रत्याशी चयन के लिए समिति बनाकर रायशुमारी कराई थी। इसमें बुधनी से राजकुमार पटेल और महेश राजपूत का नाम प्रमुखता से उभरा। भाजपा द्वारा रमाकांत भार्गव को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद राजकुमार पटेल को चुने जाने की संभावना अधिक थी, क्योंकि वे 1993 में यहां से विधायक रह चुके हैं।
पटेल का परिवार राजनीतिक रूप से सक्रिय रहा है। उनके भाई देवकुमार पटेल ने भी 1998 में चुनाव जीता था, लेकिन इसके बाद से यह सीट भाजपा का गढ़ बन गई। कांग्रेस ने जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए पटेल को चुना है, क्योंकि वे किरार समाज से आते हैं, जो इस क्षेत्र में प्रभावी है। शिवराज सिंह चौहान ने भी इस समाज का लंबे समय तक प्रतिनिधित्व किया है।
राजकुमार पटेल दिग्विजय सिंह के खेमे से माने जाते हैं, लेकिन उनकी सभी वरिष्ठ नेताओं से अच्छे संबंध हैं। उनकी भाभी विभा पटेल, जो भोपाल की महापौर रह चुकी हैं, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। पटेल तब विवादों में आए थे जब वे सुषमा स्वराज के खिलाफ विदिशा से चुनाव लड़ने वाले थे, लेकिन समय पर नामांकन जमा न करने के कारण उनका पर्चा खारिज हो गया था।
विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस ने आदिवासी कार्ड खेलते हुए मुकेश मल्होत्रा को उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने 2023 में निर्दलीय चुनाव लड़कर 22,128 वोट हासिल किए थे। यहां उनका मुकाबला भाजपा के रामनिवास रावत से होगा, जो वर्तमान में वन मंत्री हैं।
बुधनी में भाजपा ने शिवराज सिंह चौहान के उत्तराधिकारी के रूप में रमाकांत भार्गव को उम्मीदवार बनाया है। उम्मीदवारों की सूची में शिवराज के बेटे कार्तिकेय चौहान का नाम भी शामिल था। कार्तिकेय ने मीडिया से कहा कि उन्हें टिकट की आवश्यकता नहीं है और वे पहले की तरह चुनाव में पूरी ऊर्जा से काम करेंगे।