मंगलवार को करीब 18 घंटे की काउंटिंग के बाद बिहार में नतीजों की तस्वीर साफ हो गई। NDA 125 सीटों के साथ सत्ता बचाने में कामयाब रहा, लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाली पार्टी नीतीश कुमार की जदयू ही रही। पिछली बार के मुकाबले जदयू की 28 सीटें घट गईं और वह 43 सीटों पर आ गई। वहीं, भाजपा 21 सीटों के फायदे के साथ 74 सीटों पर पहुंच गई। राजद सबसे बड़ा दल बनकर उभरा, जिसे 75 सीटें मिलीं। उसके नेतृत्व वाले महागठबंधन को 110 सीटें मिलीं।
बिहार में भाजपा जदयू से बड़ी पार्टी बन गई है। कयास लगाए जा रहे थे कि नीतीश को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है, लेकिन बुधवार को भाजपा ने साफ कर दिया कि मुख्यमंत्री तो नीतीश कुमार ही होंगे। सुशील मोदी ने कहा कि इसमें कोई भ्रम नहीं है। नीतीश सीएम होंगे, यह फैसला चुनाव से पहले ही ले लिया गया था और यही कायम रहेगा।
कैबिनेट मीटिंग में नजर आई मोदी की खुशी
बिहार के नतीजों के अगले ही दिन यानी बुधवार को कैबिनेट की मीटिंग हुई और मोदी इसमें बेहद खुश नजर आए। न्यूज एजेंसी एएनआई को एक सूत्र ने बताया कि प्रधानमंत्री ने जीत पर मंत्रियों को बधाई दी और वो बेहद खुश नजर आ रहे थे। सूत्र ने कहा कि क्या मोदी को खुश नहीं होना चाहिए? उनके पास खुश होने की सारी वजहें हैं।