पटना में सोमवार को राज्यपाल फागू चौहान द्वारा मंत्रियों की 14-सदस्यीय परिषद की शपथ ली गई। इसमें भारतीय जनता पार्टी के दो उप-मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी शामिल थे।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी द्वारा संभाले गए लगभग सभी मंत्रालय वित्त सहित तारकिशोर प्रसाद को सौंप दिए गए हैं, जबकि सुश्री देवी महिला विकास का काम संभालेंगी।
ग्रामीण विकास, जल संसाधन और संसदीय कार्य विभाग विजय चौधरी के पास गए। अशोक चौधरी को भवन निर्माण और अल्पसंख्यक कल्याण मिला। मेवालाल चौधरी शिक्षा मंत्री बने हैं जबकि मंगल पांडे स्वास्थ्य और सड़क निर्माण का काम संभालेंगे।
पिछली बार नीतीश सरकार में इस तरह हुआ था विभगाों का बंटवारा
नीतीश कुमार (गृह और सामान्य प्रशासन विभाग)
सुशील मोदी (वित्त और वाणिज्य विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी, वन और पर्यावरण विभाग)
विजेंद्र प्रसाद यादव (ऊर्जा, उत्पाद और मद्य निषेध विभाग)
डॉ. प्रेम कुमार (कृषि मंत्री)
नंदकिशोर यादव (पथ निर्माण मंत्री)
मंगल पांडेय (स्वास्थ्य मंत्री)
ललन सिंह (जल संसाधन)
श्रवण कुमार (ग्रामीण विकास, संसदीय कार्य विभाग)
राम नारायण मंडल (राजस्व, भूमि सुधार विभाग)
जय कुमार सिंह (उद्योग और विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री)
कृष्ण नंदन वर्मा (शिक्षा मंत्री)
पशुपति कुमार पारस (पशु और मत्स्य पालन विभाग
मंजू वर्मा (समाज कल्याण मंत्री)
खुर्शीद आलम (अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, गन्ना उद्योग विभाग)
इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता वाली नई कैबिनेट ने 23 नवंबर से बिहार विधायिका के पांच दिवसीय सत्र को मंजूरी दे दी। राज्य मंत्रिमंडल ने संसदीय कार्य विभाग के 17वें विधानसभा और 196वें सत्र के पहले सत्र को बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। 23 नवंबर से 27 नवंबर तक सत्र चलेगा।
कैबिनेट ने मुख्यमंत्री को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक के दौरान राज्यपाल के भाषण के मसौदे को मंजूरी देने के लिए भी अधिकृत किया। सत्र के दौरान नव-गठित 17 विधानसभा के सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। सत्र के दौरान विधानसभा का अध्यक्ष भी चुना जाएगा।
बिहार में एनडीए सरकार में चौदह अन्य मंत्री, सात भाजपा, पांच जद (यू) से और एक-एक एचएएम और वीआईपी हैं। भाजपा के तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को दो उप मुख्यमंत्री बनाए गए।