कोलकाता: पश्चिम बंगाल (bengal) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री एवं पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह (amit shah) दो दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचे। उनका यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस बगावत के दौर से गुजर रही है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि तृणमूल कांग्रेस और राज्य मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री का पद छोड़ने वाले प्रभावशाली नेता शुभेंदु अधिकारी, शीलभद्र दत्ता और जितेंद्र तिवारी जैसे तृणमूल कांग्रेस के कुछ असंतुष्ट नेता, शाह के बंगाल दौरे के दौरान भाजपा में शामिल होंगे।
भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक शाह सप्ताहांत के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। भाजपा के एक नेता ने बताया कि शाह (amit shah) कोलकाता पहुंचने पर न्यूटाउन के होटल में रूकेंगे। उन्होंने बताया, ‘‘शनिवार सुबह शाह का एनआईए के अधिकारियों के साथ बैठक करने का कार्यक्रम है। इसके बाद वह उत्तरी कोलकाता स्थित स्वामी विवेकानंद के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।” भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ इसके बाद शाह मिदनापुर जाएंगे और क्रांतिकारी खुदीराम बोस को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और दो मंदिरों में पूजा अर्चना करेंगे।”
उन्होंने बताया कि इसके बाद गृहमंत्री एक किसान के घर में दोपहर का भोजन करेंगे और फिर मिदनापुर के कॉलेज मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ ऐसी संभावना है कि तृणमूल कांग्रेस के कई नेता रैली के दौरान भाजपा में शामिल होंगे।
इस रैली के बाद शाह कोलकाता वापस लौट आएंगे और यहां राज्य के नेताओं के साथ बैठक करेंगे और संगठन का जायजा लेंगे।” अमित शाह का रविवार को शांति निकेतन स्थित विश्व भारती विश्वविद्यालय जाने और बाउल गायक के घर पर दोपहर का खाना खाने का कार्यक्रम है। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘इसके बाद शाह बोलपुर में रोड शो करेंगे और उसके बाद संवाददाता सम्मेलन। इसके बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।”
उल्लेखनीय है कि शाह का दौरा केंद्र और राज्य सरकार के बीच बढ़ी खींचतान के बीच हो रहा है जिसकी शुरुआत गृह मंत्रालय द्वारा तीन आईपीएस अधिकारियों को राज्य सरकार द्वारा कार्यमुक्त कर केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर भेजने के निर्देश के बाद हुई।
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस निर्देश का विरोध करते हुए इसे ‘असंवैधानिक’ और ‘अस्वीकार्य’ करार दिया है। शाह के दौरे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता सौगत राय ने कहा कि इसका शायद ही कोई असर होगा क्योंकि राज्य की जनता ममता बनर्जी के साथ है। पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि विधानसभा चुनाव होने तक शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हर महीने पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे। राज्य में अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होना है।