निजी कंपनी में कार्यरत रवि शंकर सिंह को 25 हजार के इनाम के लालच में आना महंगा पड़ गया। इनाम के 25 हजार रुपये हासिल करने के लिए ठगों द्वारा भेजी गई लिंक पर क्लिक करते ही फरियादी के खाते से 35 हजार रुपये ठगों ने अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए। ठगी का शिकार हुए रविशंकर की लिखित शिकायत पर साइबर सेल जांच कर रही है।
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मूल रूप से भिंड निवासी रवि शंकर सिंह निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। यहां आदित्यपुरम में किराए के मकान में निवास करते हैं। कुछ दिन पहले शिकायतकर्ता ने आनलाइन शॉपिंग की थी। तीन दिन पूर्व ई-वाले कंपनी से काल आया। काल करने वाले अपरिचित व्यक्ति ने खुद काे कंपनी का अधिकारी बताया और उन्हें बधाई देते हुई ठग ने कहा कि आनलाइन शापिंग काे बढ़ावा देने के लिए हमारी कंपनी प्रतिदिन आनलाइन शापिंग करने वाले एक व्यक्ति को लक्की विजेता चुनकर 25 हजार का इनाम देती है। इनाम के लिए आपका नाम निकला है।
इनाम की राशि हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करना हैं
ठग ने शिकायतकर्ता से कहा कि इस इनाम राशि को हासिल करने के लिए आपको कोई पैसा जमा नहीं करना हैं। बस कंपनी द्वारा आपको एक लिंक भेजी जा रही है। उस लिंक को क्लिक करने के बाद कंपनी का कालर आपसे बात करेगा। इस बात की पुष्टि करने के लिए कि लिंक सही व्यक्ति तक पहुंची है कि नहीं, छोटी-मोटी जानकारी मांगेगा। यह जानकारी देने के बाद 25 हजार रुपये आपके ई-वालेट में ट्रांसफर हो जाएंगें।
रवि शंकर के लिंक को क्लिक करने के साथ ही उनके खाते से 35 हजार रुपये निकल गए। ठगी का शिकार होने के बाद रवि शंकर ने इसकी लिखित शिकायत साइबर सेल में की है। साइबर सेल की टीम ठगों के खाते में ट्रांसफर हुए 35 हजार रुपये फरियादी के खाते में वापस लाने का प्रयास कर रही है।