ग्वालियर। उपचुनाव (Election) की तैयारी जोरो शोरो से चल रही है। दो हफ्ते के अंदर अंदर हमे पता चल जायेगा की मध्यप्रदेश की बागडोर कौन संभालेगा। मध्यप्रदेश में 3 नवंबर को मतदान होने जा रहे है, और 10 को मतगणना होगी। उससे पहले एक बड़ी चुनौती सामने आ रही है। सात माह से बंद पड़ी कंडम स्कूल बसों को चुनावी ड्यूटी में लगाने की तैयारी हो रही है। लेकिन अधिकतर बसों की फिटनेस खत्म हो चुकी है।
कुछ का टैक्स बाकी है, और कुछ की बैटरी खराब है।
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प्रशासन का दबाव लगेंगी यहीं स्कूल बस –
कोरोना काल में बंद पड़ी स्कूल बसों का चुनाव (Election) के लिए संचालन शुरू हो रहा है। प्रशासन दबाब बना रहा है की चुनाव के लिए स्कूल बसों का ही संचालन शुरू करना होगा। यही चुनाव में 144 बड़ी बसें और 104 छोटी बसों की जरूरत है। कोरोना काल में बस ड्राइवर और क्लीनरों की भी कमी है, ड्राइवर क्लीनर नौकरी छोड़कर घर बैठे हैं। अब प्रशासन के सामने यह चुनौती आ रही है की कैसे इन बंद पड़ी बसों का संचालन होगा।
हम आपको बता दे की बस ड्राइवरो को पिछले चुनाव का भी किराया अब तक नहीं मिला है।
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