उज्जैन: न्याय के देवता शनि शनिश्चरी अमावस्या के दिन 29 मार्च को राशि परिवर्तन करेंगे। शनि कुंभ राशि छोड़कर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि परिवर्तन के साथ मीन राशि में 57 साल बाद पंचग्रही युति बनेगी।
इस बदलाव का प्रभाव सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और प्राकृतिक क्षेत्रों में देखा जाएगा। यह समय विभिन्न राशियों के जातकों के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। खास बात यह है कि इस दिन शनि का उदय भी हो रहा है।
शनि का ढाई साल का गोचर
ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला के अनुसार, शनि का गति बहुत धीमी होती है और वह एक राशि में लगभग ढाई वर्षों तक रहते हैं। वर्तमान में शनि कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं, और 29 मार्च को शनिश्चरी अमावस्या के दिन वह मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि में प्रवेश करते ही शनि अन्य चार ग्रहों के साथ युति बनाएंगे।
पंचग्रही युति का संयोग 1968 में हुआ था
शनि की पंचग्रही युति इससे पहले 1968 में बनी थी, अर्थात यह संयोग 57 साल बाद फिर से बन रहा है। 29 मार्च को शनि का उदय भी हो रहा है, जो धर्म और अध्यात्म की वृद्धि का कारण बनेगा। इस बदलाव से कानून में नए संशोधन हो सकते हैं और आम जनता का धर्म के प्रति जुड़ाव बढ़ेगा।
विशेष संयोगों का निर्माण
पं. डब्बावाला ने बताया कि इस साल चैत्र मास की अमावस्या शनिवार को पड़ रही है, जिसे शनिश्चरी अमावस्या कहा जाएगा। इस दिन शनि का उदय भी हो रहा है और वह राशि परिवर्तन भी कर रहे हैं, जो अपने आप में एक महत्वपूर्ण संयोग है।
इस दिन चंद्रमा भी पंचग्रही युति में शामिल होगा। पितरों के तर्पण, पूजन और शनिदेव का तेलाभिषेक करना खास रहेगा। शनि की साढ़ेसाती और ढैया से प्रभावित जातकों को निरंतर शनि की उपासना करनी चाहिए।
पूरी दुनिया में बदलाव
ग्रहों की युति अलग-अलग देशों और दिशाओं में अपने प्रभाव को छोड़ती है। पूरी दुनिया में इस समय वैचारिक परिवर्तन होंगे, और मानवता को बचाने के लिए नए विचार सामने आएंगे। लोग अब अपनी जीवनशैली में परिश्रम और बौद्धिक परिवर्तन के साथ आगे बढ़ेंगे, जिससे प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी। इस संदर्भ में पर्यावरण से जुड़ी महत्वपूर्ण शोध और सुरक्षा उपायों के साथ नई तकनीकों का विकास होगा।
राशिफल
- मेष: शनि की साढ़ेसाती का पहला ढैया शुरू होगा। अधिक सोचने से बचें, जल्दबाजी से बचें, शनि के उपाय करने से अनुकूल परिणाम मिलेंगे।
- वृषभ: कार्य में प्रगति होगी, लेकिन पूरी तरह से भरोसा न करें, नुकसान हो सकता है।
- मिथुन: स्वास्थ्य में सुधार होगा, पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी और आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।
- कर्क: शनि की ढैया समाप्त होगी, मित्रों से लाभ मिलेगा और व्यवसाय में वृद्धि होगी।
- सिंह: शनि की ढैया का प्रभाव रहेगा, रुके कार्य पूरे होंगे और समय अनुकूल रहेगा।
- कन्या: सहयोग के लिए मित्र और स्वजन मदद करेंगे, आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
- तुला: शनि की अनुकूलता के लिए विशेष उपचार की आवश्यकता होगी, बड़े पद का लाभ मिलेगा।
- वृश्चिक: सहयोगी क्षेत्र से लाभ होगा, आर्थिक समस्याएं हल होंगी।
- धनु: संपत्ति में वृद्धि, नए वाहन की प्राप्ति, आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और सम्मान में वृद्धि होगी।
- मकर: शनि की साढ़ेसाती समाप्त होगी, राहत का अनुभव होगा और कार्य में गति आएगी।
- कुंभ: शनि की साढ़ेसाती का अंतिम ढैया लाभकारी होगा, योजनाओं को मजबूत बनाएं।
- मीन: शनि की साढ़ेसाती का दूसरा ढैया शुरू होगा, स्वास्थ्य पर ध्यान दें, परिवार में मांगलिक कार्य होंगे।