अपराधियों में होना चाहिए पुलिस का खौफ
इस हाई लेवल मीटिंग में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपराधियों में पुलिस का खौफ होना चाहिए। इसलिए उनकी लिए हिट लिस्ट तैयार करें। साथ ही उन्होंने कहा कि अपराधियों पर सख्त रहे और आम लोगों को कोई तकलीफ न होने दें। वही सीएम चौहान शाम को दिल्ली रवाना हो जाएंगे। वहां केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करेंगे वही पर मंत्रियों के विभागों को लेकर चर्चा की जाएगी। सीएम का भाजपा नेता ज्योतिरादित्या सिंधिया से भी मिलने का कार्यक्रम है। इस मुलाकात के पीछे मंत्रियों के विभागों को तय करना बताया जा रहा है। वही मुलाकात होने के बाद कल दोपहर भोपाल वापस लौटेंगे।
पैसे लेकर पोस्टिंग नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व कमलनाथ सरकार पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारी सरकार में पैसे लेकर पोस्टिंग नहीं की जाती है। लॉ एंड आर्डर की हाई लेवल मीटिंग में उन्होंने अपराधियों को क्रश कर देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी को मेरिट पर जिले मिले हैं। अब सभी निडर होकर काम करें।
बदमाशों की बनाये सूची
इतना ही नहीं आगे भी मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अपराधियो में पुलिस का खौफ होना चाहिए। बदमाशों की सूची बनाएं। ये समाज के दुश्मन है। इन पर कार्रवाई करने में कोई संकोच न करें। पुलिस का कोई भी व्यक्ति इनका मित्र न हों। अपराधी चिन्हित कर विशेष अभियान चलाएं। बिना किसी दवाब के काम करें। मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि अगर कोई घटना हुई तो टीआई-थानेदार नहीं आप भी जिम्मेदार हैं। किसी की चिंता न करें। कोई अपराधियों को संरक्षण न दें, जो देगा उसे मैं देख लूंगा। ऑनलाइन अपराध हो रहे है। उस पर भी ध्यान दे।
मध्यप्रदेश है शांति का टापू
आगे भी मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरे राज्यों से अपराध होते है, तो वहां के अधिकारियों के सहयोग से अपराध खत्म करें। मध्यप्रदेश शांति का टापू है। यहां अपराध बर्दाश्त नहीं करूंगा। हर सोमवार को मैं सीएस और डीजीपी के साथ लॉ एंड आर्डर की समीक्षा करूंगा।
लॉकडाउन हटने के बाद अपराध चिंताजनक
लॉकडाउन को लेकर उन्होंने कहा कि लॉकडाउन हटने के बाद अपराध चिंताजनक है। पुलिस सख्त कार्रवाई करें। संगठित माफिया, चिट फंड वालों के खिलाफ सख्ती करें। कानून-व्यवस्था को प्रथम प्राथमिकता में रखें। इंदौर में अच्छा किया किया गया है। इसे जारी रखें। रेत माफियाओं के विरूद्ध सख्ती हो, लेकिन वैध ठेकेदार को परेशान न करें। भोपाल के साथ ही होशंगाबाद और मंडला जिलों में घटित अपराधों पर भी नकेल कसने का काम करे।