एक ठेकेदार ने 216 रुपए बचाने के चक्कर में 1 लाख रुपए गंवा दिए। सोमवार दोपहर को ठगी का शिकार होने के बाद पीड़ित मंगलवार को सायबर सेल पहुंचा। पीड़ित ने 216 रुपए का ट्रांजेक्शन फेल होने पर इंटरनेट से गूगल पे के कस्टमर केयर का नंबर निकाला था। फेक नंबर पर कॉल करने के बाद ठगी का शिकार हो गया।
गिरवाई स्थित सिकन्दर कंपू निवासी सचिन कुमार पुत्र मुन्नालाल पेशे से ठेकेदार है। वह सरकारी ठेके लेता है। सोमवार को वह अपने एक परिचित को गूगल पे से 216 रुपए का ट्रांजेक्शन कर रहे थे। ट्रांजेक्शन फेल हो गया और उनके बैंक खाते से यह राशि कट गई। उन्होंने यह 216 रुपए वापस लाने इंटरनेट से गूगल पे के कस्टमर केयर का नंबर तलाश कर कॉल किया। कॉल रिसीव करने वाले ने कुछ ही घंटों में उसके पैसे वापस आने का आश्वासन दिया।
इसके कुछ ही देर बाद उसके पास कॉल आया और कॉल करने वाले ने खुद को गूगल पे कर्मचारी बताते हुए उनसे ट्रांजेक्शन व खाते की पूरी जानकारी लेने के साथ ही यह भी पूछा कि उसके खाते में कितने रुपए हैं। इसके बाद उन्होंने उसे अपने मोबाइल में प्ले स्टोर से एनी डेस्क एप डाउन लोड करने की कहा। कॉल करने वाले ने उनसे उनके मोबाइल फोन पर आए ओटीपी पूछे और इसके बाद कॉल काट दिया।
रुपए कटने के मैसेज से ठगी का पता लगा
कॉल कटने के बाद कुछ ही मिनट में उसके मोबाइल पर रुपए निकाले जाने के मैसेज आने लगे और जब उसने उसी नंबर पर कॉल किया, तो कॉल अटेंड करने वाले ने उसका एकाउंट खाली करने की धमकी दे दी। ठगी का पता चलते ही वह बैंक पहुंचे और अपना खाता ब्लॉक कराया। इसके बाद साइबर सेल पहुंचे और मामले की शिकायत की। साइबर सेल ने शिकायत आवेदन लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।