ग्वालियर। शहर में जनता कर्फ्यू के दौरान नाश्ते का ठेला लगाकर खड़े पिता पुत्र का पुलिस कर्मियों से विवाद हो गया। विवाद के बाद ठेला संचालक का नाबालिक बेटा कढ़ाई के गर्म तेल से जल गया। जिसे इलाज के लिए पिता ने अस्पताल में भर्ती कराया है। पिता का आरोप है, कि पुलिस कर्मियों के द्वारा मारपीट करने के दौरान यह तेल फेंका गया था। जिसके वजह से उसका बेटा जल गया है। वहीं पुलिस के आला अधिकारियों ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
दरअसल शनिवार शाम 5 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक जिला प्रशासन में शहर में कोरोना कर्फ्यू लगा रखा है। इस दौरान चंद्रवदनी नाके पर बस स्टैंड के पास कमलेश रजक और उसका 15 साल का बेटा पंकज रजक नास्ते का ठेला लगाकर खड़े हुए थे। सूचना मिलते ही पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान उनका ठेला हटाने का प्रयास किया। तभी ठेला हटाने के चक्कर में कड़ाई से गिरे गरम तेल से कमलेश रजक का 15 वर्षीय बेटे के दोनों पर बुरी तरह झुलस गए।
.जिस को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि घायल हुए पंकज के पिता कमलेश का आरोप है, कि पुलिस वालों ने उसकी और उसके बेटे की मारपीट के दौरान उन पर कड़ाई में भरा गर्म तेल से फेंका है। मामला आला अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद अब पूरे मामले की गहराई से पड़ताल की जा रही है। ताकि सच्चाई सामने आ सके।