नई दिल्ली।Whatsapp की नई Policy से दुनियाभर के इसके यूजर्स में इसकी सुरक्षित होने को लेकर चिंता में है। यूजर्स की निजी जानकारी को लेकर चिंता जताई जा रही है। भारत में भी कई कंपनियों और दिग्गज कॉरपोरेट हस्तियों ने Whatsapp छोड़कर सिग्नल जैसे दूसरे Messaging app का रुख करना शुरू कर दिया है। इनमें नए दौर की स्टार्टअप कंपनियां और पुराने कॉरपोरेट तथा उनके सीनियर लीडर शामिल हैं।
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दुनिया से सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने फेसबुक और इसके फाउंडर मार्क जकरबर्ग की मुश्किलें बढ़ा दी है। मस्क ने लोगों से वॉट्सऐप और फेसबुक छोड़कर Messaging app सिग्नल अपनाने की अपील की है। इसके बाद सिग्नल की लोकप्रियता अचानक बढ़ गई है। टेस्ला के फाउंडर ने लोगों से वॉट्सऐप और फेसबुक के बजाय ज्यादा एनक्रिप्टेड सुविधा वाले ऐप अपनाने को कहा है। जब उनके फॉलोअर्स ने सुरक्षित विकल्प के बारे में पूछा तो मस्क ने खासतौर पर सिग्नल का जिक्र किया।
बता दें Whatsapp ने हाल में पेमेंट्स सेक्टर में एंट्री की थी जिससे पेटीएम और फोनपे को खतरा पैदा हो गया है। अब ये दोनों कंपनियां इस विवाद का फायदा उठा रही हैं। उन्होंने अपनी टीम्स को वॉट्सऐप छोड़ने को कहा है नवीन जिंदल की अगुवाई वाली कंपनी जिंदल स्टील एंड पावर भी Whatsapp को बाय-बाय कह रही है। महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने हाल में सिग्नल इनस्टॉल किया है। टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन पिछले कुछ समय से सिग्नल का इस्तेमाल कर रहे हैं। साथ ही ग्रुप के कई सीनियर अधिकारी भी इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं।
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पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा के मुताबिक उन्होंने अपनी टीम के सभी लोगों को वर्क कम्युनिकेशन के लिए Whatsapp का इस्तेमाल नहीं करने को कहा है। फोनपे के को-फाउंडर समीर निगम के मुताबिक उनकी टीम के आधे सदस्य सिग्नल पर जा चुके हैं। दुनियाभर में Whatsapp download की संख्या घटी है। 23 दिसंबर से 31 दिसंबर के बीच इसे 34 लाख बार डाउनलोड किया गया जबकि 1 से 9 जनवरी के बीच यह 30 लाख बार डाउनलोड हुआ जो सितंबर 2020 के बाद सबसे कम डाउनलोड है।