Friday, April 18, 2025

भाजपा में घमासान पर दिग्गज करेंगे मंथन, वरिष्ठ शुभचिंतको की 19 को आहूत की बैठक

भोपाल :- प्रदेश की 27 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव और प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा से पहले भाजपा के वरिष्ठ शुभचिंतक 19 अगस्त को एक बार फिर पार्टी की चिंता करेंगे। भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा के नेतृत्व में 19 तारीख को एक बैठक आयोजित की जा रही है। जिसमें पार्टी विचारधारा के नेता शामिल होंगे। ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों के भाजपा में शामिल होने के बाद से वरिष्ठ नेताओं का एक धड़ा पार्टी के प्रदेश नेतृत्व से नाराज चल रहा है।

 

दरअसल, जिन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं वहां के हारे हुए भाजपा प्रत्याशी को अभी प्रदेश नेतृत्व ने राजनीतिक मैदान से बाहर कर दिया है। जिसको लेकर वे लगातार पार्टी पर दबाव बना रहे हैं। चाहे वे पूर्व मंत्री दीपक जोशी हों या वरिष्ठ नेता अनूप मिश्रा। रघुनंदन शर्मा के नेतृत्व में होने वाली
बैठक में अनूप मिश्रा, दीपक जोशी, भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धीरज पटेरिया, नरेंद्र बिरथरे सहित करीब दो दर्जन नेता शामिल होंगे। 

हालांकि धीरज पटेरिया अभी किसी राजनीतिक दल में नहीं हैं। धीरज पटेरिया 2018 विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए थे।लेकिन विचारधारा की वजह से वह लंबे समय तक कांग्रेस में काम नहीं कर सके। हाल ही में उन्होंने कांग्रेस से भी इस्तीफा दे दिया। उपचुनाव के पहले होने जा रही इस बैठक ने मध्य प्रदेश भाजपा की चिंता और बढ़ा दी है। 27 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के शुभचिंतक पार्टी की विचारधारा के व्यक्ति को चुनावी मैदान में उतार सकते हैं। उपचुनाव में भाजपा की तरफ से कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सिंधिया
समर्थकों को टिकट मिलना लगभग तय है। लेकिन पार्टी के शुभचिंतक नहीं चाहते कि ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों के आने से पार्टी विचारधारा के लोगों का नुकसान हो।
बैठक में होगा चिंतन 

19 तारीख को होने वाली बैठक को लेकर भाजपा के वरिष्ठ शुभचिंतक एक बैठक करने वाले हैं।  जिसमें यह तय किया जाएगा। किन-किन लोगों को बैठक में बुलाना है। कोरोना का हाल में लॉक डाउन के नियमों का पालन करते हुए एक तय संख्या में ही पार्टी विचारधारा के लोगों को बुलाया जाएगा। जिसमें दो दर्जन नेताओं के आने की उम्मीद हैं।

उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला 

भाजपा के वरिष्ठ शुभचिंतक यदि पार्टी की विचारधारा के लोगों को चुनावी मैदान में उतारते हैं तो 27 सीटों में से 25 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है। एक तरफ कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस विचारधारा के प्रत्याशी। इसलिए भाजपा के शुभचिंतक पार्टी विचारधारा के व्यक्ति को चुनाव लड़ाए जाने पर विचार कर रहे हैं। यदि भाजपा विचारधारा का व्यक्ति उपचुनाव लड़ेंगे तो सिंधिया

समर्थकों को नुकसान हो सकता है।
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