ग्वालियर। Gwalior शहर के गोविंदपुरी में दंपती से हैवानियत दिखाने वाले कार सवार सिरफिरे अज्ञात युवकों पर आखिरकार पुलिस ने मारपीट के बाद छेड़छाड़ की धारा भी बढ़ा दी है। सोमवार को पीड़िता के कोर्ट में स्टेटमेंट भी पुलिस ने कराए हैं। घटना के बाद 4 दिन में पुलिस ने जो नहीं किया था वह चंद घंटों में किया है। सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से पड़ताल कर आरोपितों की पहचान की गई है। जो कार सामने आई है उस पर भी फेक नंबर है। कार पर जो नंबर है उस पर कोई दूसरी कंपनी की कार रजिस्टर्ड है। अब पुलिस आरोपितों की धरपकड़ के लिए दबिश दे रही है। दो संदेही घर पर नहीं मिले हैं।
यह थी घटना
विश्वविद्यालय थानाक्षेत्र स्थित गोविंदपुरी रोड पर बाल सम्प्रेक्षण गृह के सामने पति के साथ खाना खाकर लौट रही महिला 24 वर्षीय महिला व उसके पति से सफेद रंग की स्विफ्ट कार सवार बदमाशों ने हैवानियत दिखाई थी। महिला के पति के सिर पर बीयर की बोतल फोड़ी, आंख में जलती सिगरेट घुसेड़ दी। इसके बाद महिला को घसीटकर सड़क किनारे ले गए। एक बदमाश ने उस पर बीयर की बोतल उड़ेल दी। महिला को सड़क पर छेड़ा फिर कार में डालकर ले जाने की कोशिश की। दंपती के साथ उनका एक दोस्त अमित भी था। उसको भी बेरहमी से पीटा गया। यह पूरा घटनाक्रम 16 सितंबर रात 11 बजे का था। पर जब पीड़ित दंपती थाने पहुंचे तो वहां कोई प्रधान आरक्षक रामकिशन मिले। उन्होंने बिना सुने समझे मारपीट का मामला दर्ज कर दिया। 20 सितंबर को इस मामले ने उस समय तूल पकड़ा जब सोशल मीडिया पर महिला के साथ सड़क पर बदसलूकी का वीडियो वायरल हुआ। इससे पुलिस की संवेदनहीनता और लापरवाही का उजागर हुई।
बदमाशों की कार पर था फेक नंबर
घटना के बाद पीड़ित पक्ष ने एक फुटेज के आधार पर पुलिस को एक नंबर दिया। पर वह जिसके नाम पर था। वह सब इंस्पेक्टर है। वह पहले गोला का मंदिर थाना में रह चुके हैं। अभी भोपाल में पदस्थ हैं। उन्होंने भोपाल में 16 सितंबर को कार के साथ के फुटेज भेजे हैं। इसके बाद एक नंबर और सामने आया तो पहले नंबर से मिलता जुलता था। यह नंबर बदमाशों की गाड़ी पर आगे की तरफ था जबकि पीछे कोई नंबर प्लेट नहीं थी। पर यह नंबर फेक हैं यह नंबर किसी दूसरी कंपनी की कार पर रजिस्टर्ड है। कार पर फेक नंबर से यह पता चलता है कि महिला से छेड़छाड़ करने काफी खतरनाक थे और उनका अपराधिक रिकॉर्ड भी होगा। 2 संदेहियों की पहचान हुई है। फिलहाल वह पकड़े नहीं गए हैं। सोमवार को पीड़िता को एएसपी शहर सुमन गुर्जर ने बुलाया। उन्होंने पूरी बात सुनी। इसके बाद कोर्ट में महिला के स्टेटमेंट हुए हैं।
अभी वह रात का खौफनाक मंजर नींद उड़ा देता है
आज भी वह खौफनाक मंजर मेरी नींद उड़ा देता है। रह-रहकर उन बदमाशों के चेहरे और जिस तरह वह मुझे और मेरे पति को परेशान कर रहे थे याद आता है तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं। उन सिरफिरे युवकों पर पुलिस या सड़क से गुजर रहे लोगों का कोई खौफ नहीं था। उस दिन कुछ भी हो सकता था। मैं सोचती हूं कि किस्मत से मेरे पति साथ थे, कहीं कोई अकेली लड़की या महिला होती तो वह बदमा(स किस स्तर पर उसे प्रताड़ित कर सकते थे उसका भगवान ही मालिक है। यह मेरा दर्द नहीं है बल्कि हर महिला का दर्द है। घटना के बाद हमने फुटेज तलाशे, बदमाशों की तलाश के लिए पड़ताल की। यदि यह पुलिस उसी दिन करती तो वह सिरफिरे सलाखों के पीछे होते।