शिवपुरी :- मध्यप्रदेश में सियासी उठापटक शुरू हो गई है, प्रदेश में 24 सीटों पर उपचुनाव होना हैं। जिनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में स्तीफा देकर आए 22 विधायक भी शामिल हैं। मध्यप्रदेश का 24 सीटों पर उपचुनाव बहुत अहम होने वाला हैं क्योंकि यही चुनाव तय करेंगा की मध्यप्रदेश में किसकी सरकार रहेंगी।
चुनाव की तैयारी को लेकर कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए सभी पूर्व 22 विधायकों ने चुनावी तैयारी शुरू कर दी हैं। वहीं करैरा विधानसभा से स्तीफा दे चुके पूर्व विधायक जसवंत जाटव संविधानिक पद का दुरुपयोग करते नज़र आ रहें हैं।
जी हाँ करैरा विधानसभा से पूर्व विधायक जसवंत जाटव ने अपने करैरा विधायक के लैटर हैड पर दतिया कलेक्टर को एक पत्र लिखा हैं। जिस पत्र में उन्होंने ने लिखा हैं कि “करैरा विधानसभा क्षेत्र की 10 ग्राम पंचायतें जो दतिया जिले में आती हैं, इन पंचायतों का शासकीय कामकाज आदि को देखने एवं जिला पंचायत एवं जिला योजना समिति आदि की बैठकों में विधायक प्रतिनिधि के रूप में श्री श्याम पाल सिंह परमार निवासी बिल्हारी को नियुक्त किया जाता है”। अब सवाल यहाँ खड़े होते हैं जब जसवंत जाटव विधायक ही नहीं हैं तो विधायक प्रतिनिधि कैसे नियुक्त कर दिया।
वहीं कांग्रेस पार्टी कार्रवाई करने की बात कह रहीं हैं, कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना हैं कि करैरा के पूर्व विधायक जसवंत जाटव ने सत्ता का दुरुपयोग किया हैं। वह विधायकी के नसें में चूर हैं, पूर्व विधायक अभी भी अपने आप को विधायक मानते हैं। वो यह भूल गए कि वो करैरा विधानसभा से इस्तीफा दे चुके हैं। आगे उन्होंने कहा कि संविधानिक पद दुरुपयोग करने पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। अगर पुलिस – प्रशासन कार्रवाई नहीं करती तो कांग्रेसी पार्टी इसको लेकर न्यायायल जाएंगी।