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Thursday, March 6, 2025

बॉर्डर पर वाहनों की लंबी कतार, अफसर से लेकर पंचायत सचिव तक तैनात

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रीवा। महाकुंभ में स्नान कर पुण्य प्राप्ति के लिए जा रहे श्रद्धालुओं का रेला कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बसंत पंचमी तक तो लोग जिले में शाही स्नान एवं पुण्य की चर्चा कर रहे थे। 72 घंटे लगातार नेशनल हाईवे 30 पर लगी श्रद्धालुओं के वाहनों की कतार के बाद अब केवल चर्चा जाम की हो रही है। जाम में फंसे श्रद्धालु जो आसपास के हैं वह लौटने का मन बना रहे हैं, लेकिन जाम में फंसे होने के कारण यह भी संभव नहीं हो पा रहा है।

धीमी गति से जहां प्रशासन वाहनों को आगे बढ़ा रहा है, वहीं तेज गति से वाहनों की संख्या में मिनट दर मिनट बढ़ती जा रही है। प्रशासन लौटने की भी अपील कर रहा है, लेकिन श्रद्धालु है कि मानने का नाम नहीं ले रहे हैं।

सड़कों पर लगी वाहनों की कतार
सोमवार के सुबह मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा चाकघाट से लेकर कटरा तक एक बार फिर वाहनों की कतार देखी गई। जिला प्रशासन ने जहां श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो इसे लेकर जगह-जगह उन्हें खाने-पीने रुकने तथा दवाई के इंतजाम कर रखे हैं।

पूरी रात सक्रिय रहे कमिश्नर रविवार सोमवार की दरमियानी रात हालत ना बिगड़े इसे लेकर रीवा कमिश्नर आईजी और प्रशासनिक अमला पूरी तरह मुस्तैद रहा। जगह-जगह वाहन रोके जा रहे हैं। वाहनों की संख्या का दबाव नेशनल हाईवे पर ना पड़े इसको लेकर सतना मैहर कटनी जबलपुर एवं सिवनी के कलेक्टर से बातचीत की जा रही है।

बॉर्डर बरती जा रही सतर्कता
बॉर्डर पर जहां उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिला प्रशासन द्वारा मिलने वाले मैसेज के आधार पर वाहनों को छोड़ा जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर यात्रियों को मार्ग में कहीं किसी भी प्रकार की समस्या ना हो इसका भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। श्रद्धालु की संख्या बढ़ोत्तरी 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा के मौके पर प्रयागराज महाकुंभ में स्नान के लिए देशभर से भीड़ उमड़ रही है।

प्रयागराज आने वाले सातों रास्तों पर जाम
प्रयागराज शहर में आने के सातों रास्तों पर जाम के हालात हैं। रीवा में उत्तर प्रदेश बॉर्डर से सटे मनगवां-गंगेव रोड पर पिछले 72 घंटे से जाम लगा है। चाकघाट पर सोहागी पहाड़ी से पहले करीब 5 किलोमीटर तक 3000 से ज्यादा गाड़ियां फंसी हैं।

महाकुंभ से लौट रहे श्रद्धालुओं से नगर निगम एरिया में एंट्री के नाम पर अवैध वसूली की जानकारी भी सामने आई है। एक श्रद्धालु ने इसका वीडियो अधिकारियों को सौंपा है। एडिशनल एसपी विवेक लाल ने बताया कि प्रयागराज में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्हें बीच-बीच में पॉइंट बनाकर होल्ड करना जरूरी हो गया है ताकि लोग बारी-बारी से आगे बढ़ सकें। जल्द ही ट्रैफिक क्लियर करा लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने जाना जाम का हाल
एमपी के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अधिकारियों को श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं जुटाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लोगों से प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है।

उन्होंने लिखा कि अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निर्देशित किया है कि श्रद्धालुओं के लिए बुनियादी सुविधाओं जैसे भोजन, पानी, ठहरने की समुचित व्यवस्था, शौचालय का इंतजाम किया जाए। सीएम ने श्रद्धालुओं से कहा कि आप भी सुगम आवागमन व्यवस्था बनाने में प्रशासन को सहयोग दें।

प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद
तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए प्रशासन मुस्तैद, लेकिन व्यवस्था नाकाफी प्रयागराज में गंगा स्नान और कुंभ जैसे महापर्वों में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ती है, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा जाती है। 10 फरवरी की सुबह भी रीवा-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग पर हजारों वाहन जाम में फंसे नजर आए। रात 3 बजे तक रुके हुए वाहनों को निकाला गया था, लेकिन सुबह 5 बजे से फिर वाहनों को रोकने की नौबत आ गई। रीवा जिले का प्रशासन, संभागीय आयुक्त और अन्य कर्मचारी दिन-रात व्यवस्था सुधारने में जुटे हैं, फिर भी भीड़ नियंत्रण में नहीं आ रही।

पार्किंग की समस्या बनी चुनौती
रीवा-प्रयागराज मार्ग फोर-लेन हाईवे के रूप में विकसित हो चुका है, लेकिन प्रयागराज में पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था न होने के कारण तीर्थयात्रियों को भारी परेशानी हो रही है। लाखों श्रद्धालु अपने वाहनों से प्रयागराज पहुंच रहे हैं, लेकिन पार्किंग स्थलों की सीमित क्षमता के कारण प्रशासन को वाहनों की आवाजाही नियंत्रित करनी पड़ रही है।

जैसे ही पार्किंग स्थल खाली होते हैं, तभी नए वाहनों को आगे बढ़ने की अनुमति दी जाती है। उद्देश्य सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना है, ताकि भीड़ के कारण कोई दुर्घटना न हो, लेकिन भीड़ इतनी अधिक है कि इस प्रक्रिया से भी जाम की स्थिति लगातार बनी हुई है।

यात्रियों की सुविधाओं के लिए किए गए प्रशासनिक प्रयास प्रयागराज में भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों को सुविधाएँ देने के लिए जिला प्रशासन लगातार काम कर रहा है। पुलिस और प्रशासनिक अमला जगह-जगह तैनात किया गया है।

भोजन और पेयजल जैसी आवश्यक सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई जा रही हैं, लेकिन जरूरत से कम साबित हो रही हैं। रीवा से प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं को यातायात नियमों का पालन करने और प्रशासन के निर्देशों के अनुसार ही आगे बढ़ने की सलाह दी जा रही है।

अप्रत्याशित भीड़ से बढ़ी परेशानी आमतौर पर अमावस्या और बसंत पंचमी जैसे विशेष पर्वों पर प्रयागराज में तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ती है। लेकिन इस बार मुख्य पर्वों के समाप्त होने के बाद भी तीर्थयात्रियों का प्रवाह नहीं रुका है।

इस बार की तीर्थ यात्रा में भीड़ के इतने लंबे समय तक बने रहने का अनुमान प्रशासन ने पहले नहीं लगाया था। प्रशासन यह सुनिश्चित करने में जुटा है कि गंगा स्नान और अन्य धार्मिक अनुष्ठान बिना किसी बाधा के संपन्न हो सकें। हालांकि, सीमावर्ती राज्यों से आने वाले यातायात संबंधी निर्देशों को लागू करना सरकार की बाध्यता भी है, जिससे कई बार प्रशासन के प्रयास सीमित हो जाते हैं।

श्रद्धालुओं को उठानी पड़ रही फजीहत
बता दें कि जहां धीमी गति से वाहनों को प्रयागराज की ओर रवाना किया जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर जाम में फंसे श्रद्धालुओं को जरूर का सामान खरीदने के लिए दोगुनी कीमत चुकानी पड़ी है। पानी की बोतल जहां 40 से 50 रुपए में बेची गई वही दो समोसे की कीमत 30 रुपए ली गई है। देर रात तक कमिश्नर एवं आईजी ने संभाला मोर्चा रविवार सोमवार की रात रीवा कमिश्नर एवं आईजी सीमा पर उपस्थित रहे।

इस दौरान उन्होंने न केवल श्रद्धालुओं से बातचीत की बल्कि प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री का दौरा निरस्त मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश की सीमा चाकघाट का निरीक्षण करने के लिए मुख्यमंत्री का प्रोग्राम फाइनल हुआ था, लेकिन देर शाम उक्त कार्यक्रम न केवल निरस्त हो गया बल्कि एक बार फिर शाम से नेशनल हाईवे 30 पर वाहनों का दबाव बढ़ने लगा जिसके कारण देर शाम तक पुनः जाम लगने की स्थिति निर्मित होने लगी है।

सैकड़ों वाहनों को सड़कों पर रोका गया
प्रयागराज महाकुंभ में जाने वाले यात्रियों की संख्या में कमी नहीं हो रही है। रीवा से प्रयागराज मार्ग पर लगातार वाहनों का दबाव बना हुआ है। श्रीयुत कालेज गंगेव तथा बेला में वाहनों को रोका गया। प्रयागराज के अधिकारियों से सतत संपर्क कर सड़कों पर गुंजाइश बनने के बाद धीरे-धीरे वाहन छोड़े जा रहे हैं। हाइवे पर प्रयागराज जाने वाले रूट तथा आने वाले मार्ग दोनों पर वाहनों की बड़ी संख्या है।

अधिकारियों ने लिया जायजा
विधायक मनगवां नरेन्द्र प्रजापति तथा कमिश्नर बीएस जामोद ने श्रीयुत कालेज में ठहरे तीर्थयात्रियों से व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर प्रतिभा पाल तथा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह लगातार व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रहे हैं।

कलेक्टर तथा एसपी ने मनगवां और गंगेव पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने तीर्थयात्रियों को भोजन, पानी, चाय-नाश्ता दिए जाने की जानकारी ली। उन्होंने तीर्थयात्रियों से कहा कि वह थोड़ा प्रतीक्षा करें। यातायात को सुगम बनाने का कार्य जारी है। यातायात सुगम होते ही उन्हें यहाँ से प्रयागराज के लिए रवाना कर दिया जाएगा। प्रयागराज जाने वाले वाहनों के लिए यातायात व्यवस्थित करने एवं यात्रियों की परेशानियों को दूर करने के लिए प्रशासनिक अमला दिनभर जुटा रहा।

वाहनों में फंसे लोगों को वितरित किया गया भोजन और पानी
गंगेव में अपर कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सपना त्रिपाठी तथा एसडीएम मनगवां पीएस त्रिपाठी ने वाहनों को व्यवस्थित कराने के साथ दिन भर तीर्थयात्रियों को नि:शुल्क भोजन एवं पानी का वितरण कराया। चाकघाट में एसडीएम त्योंथर संजय जैन, नगर परिषद अध्यक्ष, मुख्य नगर पालिका अधिकारी तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत त्योंथर ने व्यवस्था की कमान संभाली।

चाकघाट रैनबसेरे में लगातार भोजन और पानी का वितरण कराया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजीव शुक्ला ने चाकघाट और गंगेव में अतिरिक्त मेडिकल टीम भेजकर यात्रियों की जाँच कर दवाएं वितरित कराईं। ग्राम चंदेही में जल निगम तथा पीएचई विभाग की टीम ने तीर्थयात्रियों को नि:शुल्क भोजन एवं पानी का वितरण किया। प्रशासन के साथ-साथ अनेक सामाजिक संगठन भी तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए आगे आए।

त्योंथर के पंडित चन्द्रशेखर युवा उत्थान संस्थान ने तीर्थयात्रियों को नि:शुल्क भोजन और पानी का सोहागी बाईपास में वितरण किया। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत त्योंथर राहुल पाण्डेय ने ग्राम पंचायत सोहागी, ग्राम पंचायत अंजोरा, मझिगवां, ग्राम पंचायत कटरा, ग्राम पंचायत घूमा में पंचायत पदाधिकारियों के सहयोग से तीर्थयात्रियों को नि:शुल्क भोजन का वितरण कराया। ग्रामीण यांत्रिकी विभाग द्वारा कई स्थानों पर पानी के टैंकर भेजकर तीर्थयात्रियों के लिए पानी उपलब्ध कराया गया।

यातायात को व्यवस्थित करने के लिए तथा वाहनों को सुगमता से आगे बढ़ाने के लिए बेला से लेकर चाकघाट तक पुलिस अधिकारी एवं सुरक्षाकर्मी लगातार मुस्तैद रहे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक लाल, एसडीओपी त्योंथर उदित मिश्रा, एसडीओपी सिरमौर उमेश प्रजापति विभिन्न स्थानों के थाना प्रभारी तथा पुलिसकर्मी व्यवस्थाएं बनाने में लगातार जुटे रहे।

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