पिपलानी पुलिस ने एक चिटफंड कंपनी के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है। प्रदेश सरकार की मिलती जुलती योजनाओं के नाम पर योजना का नाम रखकर रकम दोगुना करने के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही थी। कंपनी रकम को दोगुना करने की शर्त रखती थी कि रकम को एक साल से पहले नहीं निकाल सकते हैं।
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इस कंपनी की शहर में चार शाखाएं संचालित हो रही थी। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद कंपनी की शाखाओं से करीब 4 कारें और एक करोड़ 36 लाख 77 हजार रूपये नकद स्र्पये बरामद किए हैं। इस कंपनी के बैंक खाते भी सीज कर दिए हैं।
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जिनमें 70 लाख के करीब रकम जमा है। पिपलानी थानाप्रभारी चैन सिंह के अनुसार श्रीस्वामी विवेकानंद मल्टी स्टेट क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के नाम से संस्था चलाई जा रही थी। इसकी शहर में आनंद नगर , अशोकागार्डन , करोंद और बैरागढ़ में चार शाखा संचालित हो रही थी। जहां लोगों से रकम दो गुनी करने के नाम पर रकम जमा करवाई जा रही थी।
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जिसका पूरा पैसा मुंबई मुख्यालय भेजा जाता था, जिनको दूसरे कारोबार में लगाया जाता था। इसमें पिपलानी पुलिस ने कंपनी के पदाधिकारी ग्रीत ग्रीन कालोनी निशातपुरा निवासी 25 वर्षीय विनोद तिवारी और बेलोट बायपास रोड गंजबासौदा विदिशा निवासी 33 वर्षीय अंगद कुशवाह को धोखाधड़ी तथा अमानत में खयानत करने के अपराध में गिरफ्तार किया हैैं।
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एक साल के लोकिंग पीरियड पर जमा होती थी रकम
कंपनी लोगों से दस स्र्पये से लेकर सौ स्र्पये, एक हजार से लेकर तीन हजार स्र्पये प्रतिदिन जमा कराने की सुविधा देकर राशि को जमा करते थे। इसके एक साल लोकिंग पीरियड बनाकर रखा था। वह एक साल से पहले रकम नहीं निकाल सकते थे। कंपनी ने राजधानी के आसपास के जिलों के लोगों को भी प्रलोभन देकर पांच वर्ष में राशि दोगुना करने के बाद करोड़ों स्र्पये जमा करवाने की जानकारी पुलिस को मिली है।
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इसमें ग्राहक का कोई बैंक खाता और हस्ताक्षर तक नहीं लिए जाते थे। वह प्रदेश सरकारी की मिलती जुलती योजना के नाम की योजना चलाकर लोगोंं को भ्रमित कर रहे थे। हम बता दें कि इस मामले में और भी खुलासे होने बाकी है।लोगोंं को शंका हुई तो इस मामले में शिकायत पुलिस को की गई थी।