पटना। अक्टूबर-नवंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर चुनाव की तिथि की घोषणा अगले 4 से 5 दिनों में की जा सकती है। देश में बिहार पहला ऐसा राज्य होगा जहां कोरोना महामारी के बीच विधानसभा के चुनाव होंगे। लिहाजा तमाम राजनीतिक पार्टियां चुनावी अखाड़े में उतरने के लिए खुद को मजबूत करने में जुट गई है। इसके साथ ही सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, सभी पार्टियां जीत का दावा करने के साथ एक दूसरे पर वार पलटवार करने से भी नहीं चूक रही
पोस्टर के जरिए Lalu Yadav के परिवार पर साधा निशाना
कोरोना काल में भले ही राजनीतिक पार्टियां, वर्चुअल माध्यम से रैली और बैठक कर रही हैं। लेकिन सभी राजनीतिक दल ट्रेडिशनल चुनाव प्रचार का भी बखूबी इस्तेमाल कर रही है। राजनीतिक वार पलटवार के बीच राजधानी पटना के कई स्थानों पर पोस्टर के जरिए लालू के परिवार पर निशाना साधा गया है। पटना के चौक चौराहे पर लगाए गये पोस्टर के जरिए यह बताने की कोशिश की गई है कि, लालू यादव का पूरा परिवार बिहार पर भार है। पटना के विभिन्न स्थानों पर जो पोस्टर लगाए गए हैं उसमें लालू यादव के परिवार पर निशाना साधा गया है। पोस्टर में जहां लालू यादव को जेल के सलाखों के पीछे दिखाया गया है। वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, लालू के बड़े पुत्र और विधायक तेज प्रताप यादव, बड़ी बेटी मीसा भारती और लालू यादव की पत्नी बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी की तस्वीर भी लगी है। पोस्टर में लालू यादव के आगे सजायाफ्ता कैदी नंबर 3351 लिखकर यह बताने की कोशिश की गई है कि लालू का पूरा परिवार भ्रष्टाचार में लिप्त है।
किसने लगाया Lalu Yadav के परिवार को बिहार पर भार बताने वाला पोस्टर
आमतौर पर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता या नेता द्वारा लगाए जाने वाले पोस्टर, बैनर या होर्डिंग पर पार्टी के नाम के साथ जिसने इन्हें लगाया या लगवाया है, उसका नाम देना आवश्यक होता है। हालांकि यह कोई पहला पोस्टर नहीं है जिसमें निवेदक का नाम तक नहीं दिया गया। इसके अलावा जिस राजनीतिक दल ने इस तरह के पोस्टर – होर्डिंग पटना के चौक चौराहे पर लगाया हैं उसका नाम तक नही दिया गया है। बता दें कि इसके पहले भी पोस्टर के जरिए ही लालू प्रसाद के दोनों बेटे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव पर निशाना साधा गया था। पटना के चौक चौराहे पर होर्डिंग के जरिए यह बताने की कोशिश की गई थी कि, लालू परिवार ने घोटालों के पैसो से कितनी संपत्ति बनाई है। आज लगाए गए होर्डिंग और पोस्टर में भी किसी राजनीतिक दल का नाम या किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिखा है। लेकिन आरजेडी का मानना है कि यह पोस्टर जेडीयू द्वारा लगाया गया है।
पटना में पोस्टर वार पर आरजेडी का पलटवार
पटना के चौक चौराहे पर लालू यादव के परिवार को लेकर लगाए गए पोस्टर पर आरजेडी ने प्रतिक्रिया देते हुए जेडीयू पर निशाना साधा है। आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सामने से वार करने की हिम्मत नहीं है तो छिपकर पोस्टर के जरिए लालू यादव के परिवार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि, बिहार की 12 करोड़ जनता जानती है कि लालू प्रसाद यादव ने बिहार के लिए क्या काम किया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता लालू यादव के परिवार के साथ खड़ी है। मृत्युंजय तिवारी ने यह भी कहा कि झारखंड में भी हमारी सरकार है। बिहार में चाहे कोई कितना भी कर ले पोस्टर के जरिए वार लेकिन,बिहार में बनेगी तेजस्वी यादव के नेतृत्व में हमारी ही सरकार और इस बार चुनाव में एनडीए का हो जाएगा बंटाधार।