ग्वालियर – महिला साइंटिस्ट के साहस से टूटा लुटेरों का मनोबल टूट गया। सोने की चेन छीनने आए लुटेरों पर महिला साइंटिस्ट भारी पड़ गई और उन्हें उल्टे पैर भागना पड़ा। महिला साइंटिस्ट ने एक लुटेरे का हाथ भी पकड़ लिया। इसके बाद लुटेरे पकड़े जाने के डर से भाग निकले। वारदात गुरुवार रात 8 बजे गोविंदपुरी रोड इलाके में कुलपति बंगले के पास की है। महिला डॉक्टर ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने नाकाबंदी भी की, लेकिन बदमाश हाथ नहीं आए। शुक्रवार को पुलिस ने घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी की फुटेज भी खंगालती रही।
श्याम विला बलवंत नगर निवासी मणिका वाष्णेय रीजनल फोरेंसिक साइंस लैब में बतौर वैज्ञानिक अधिकारी पदस्थ हैं। रोजाना की तरह गुरुवार देर शाम वह ऑफिस से घर पहुंचीं। चाय पीने के बाद इवनिंग वॉक पर निकल गईं। लौटते समय कुछ फल खरीदे और वापस पैदल-पैदल घर के लिए लौटने लगीं। रात करीब 8 बजे वह कुलपति बंगले के पास पहुंची, तभी पीछे से काले रंग की बाइक सवार दो बदमाशों ने उनके गले पर झपट्टा मारा। लुटेरे का नाखून जैसे ही माणिका के गले पर लगा, तो उन्हें वारदात का अहसास हो गया। तेजी से हरकत करते हुए उन्होंने चेन पकड़ ली। फुर्ती से दूसरे हाथ से फल का बैग छोड़कर एक लुटेरे का हाथ पकड़ लिया। जिससे बदमाश लड़खड़ा गए। बदमाश ने झटका देकर हाथ तो छुड़ा लिया, लेकिन वह गिरते-गिरते बचे। इसके बाद वह बाइक की स्पीड बढ़ाकर भाग गए। महिला अफसर ने भागकर पीछा करना चाहा, लेकिन कुछ ही देर में बदमाश ओझल हो गए। मणिका ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचर पड़ताल की। शहर में नाकाबंदी भी कर दी, पर बदमाशों को पकड़ने में सफलता नहीं मिली।
हाथ छुट गया, इसलिए भाग गए लुटेरे: मणिका ने बताया, बदमाश जब हाथ पकड़ने पर उनके हाथ लडख़ड़ाने लगे , तो मुझे लगा मैं उनको पकड़ लूंगी, लेकिन इसी बीच लुटेरे का हाथ छूट गया। वह बाइक की स्पीड बढ़ाकर भाग गए। उनके पास हथियार भी हो सकते थे, लेकिन मैं डरी नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि रात को उस रास्ते पर अंधेरा था, जो महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। वहां स्ट्रीट लाइट होनी चाहिए।