ग्वालियर। एक बार फिर द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने राम मंदिर, गौ हत्या और बेटियों की सुरक्षा जैसे कई विषयों पर केंद्र सरकार को घेरने का काम किया है। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने कहा है, कि देश की हालत अच्छी नही है, सरकार ने नैतिकता खो दी है। इसके साथ ही राममन्दिर निर्माण पर कहा है कि अयोध्या में राम का स्मारक बना रहे है, या वीएचपी का कार्यालय बना रहे है मन्दिर बनाने का अधिकार उन लोगों के पास है, जो लोग राम को केवल महापुरुष मानते है|
वो लोग आरएसएस, वीएचपी और बीजेपी के है, उनके हिसाब से जैसे अम्बेडकर और विवेकानंद है, वैसे ही राम के स्वरूप को मानते है। इसके साथ ही स्वरूपानन्द ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ रावत के महिलाओं के फ़टे जीन्स पहनने वाले बयान पर कहा कि “मुख्यमंत्री से मुझे कोई लेना देना नही है, कपड़ा शरीर पर पहनने के लिए होता है न कि उघाड़ने के लिए, मनुष्यता का लक्षण है ,कि अंगों को ढांकना चाहिए वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया के दल बदलकर और उनके एक साल को लेकर भी शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा “ग्वालियर के महाराज का खानदान प्रतिष्ठित है|
लेकिन उनका इतिहास है, कि एक बार उन्होंने इंदौर की रानी देवी अहिल्याबाई पर अतिक्रमण करने का सोचा, लेकिन देवी अहिल्याबाई ने उन्हें पत्र लिखकर कहा ,कि यदि आप मुझसे हार गए तो एक महिला से हारने पर कितनी बदनामी होगी ये सोच लीजिए। कहने का तातपर्य ये है ,कि अपनी महत्वकांक्षाओ के लिए लोग दूसरों पर अतिक्रमण करते है|