नई दिल्ली। शनिवार रात प्रयागराज कुंभ में जाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। ट्रेनों के लेट होने और रेलवे द्वारा विशेष ट्रेन की घोषणा के बाद भगदड़ मच गई, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 9 महिलाएं, 4 पुरुष और 5 बच्चे शामिल हैं, जबकि 25 से अधिक लोग घायल हैं। सभी घायलों का इलाज लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में चल रहा है।
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने ट्वीट कर घटना की पुष्टि की। सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये और घायलों को ढाई लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।
कैसे हुई भगदड़
– प्लेटफार्म नंबर 14 पर प्रयागराज कुंभ जाने वाली प्रयागराज एक्सप्रेस के लिए यात्रियों की भारी भीड़ थी।
– स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी ट्रेनें भी प्रयागराज जाने के लिए लेट थीं, जिससे प्लेटफार्म नंबर 12, 13 और 14 पर भीड़ बढ़ गई।
– भीड़ को नियंत्रित करने में असमर्थ रेलवे प्रशासन ने प्लेटफार्म नंबर 16 से प्रयागराज के लिए विशेष ट्रेन की घोषणा की।
– जैसे ही अनाउंसमेंट हुआ, यात्री प्लेटफार्म 14 से 16 की ओर दौड़ पड़े। एस्केलेटर और सीढ़ियों पर लोग गिरने लगे, जिससे भगदड़ मच गई।
रेलवे प्रशासन व्यवस्था संभालने में विफल
भगदड़ के बाद स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई और चीख-पुकार गूंजने लगी। शुरू में रेलवे ने घटना की पुष्टि नहीं की, लेकिन देर रात दिल्ली के उपराज्यपाल ने ट्वीट कर पुष्टि की।
स्थिति इतनी बेकाबू थी कि आरक्षित टिकट वाले यात्री भी अपनी बोगियों में नहीं चढ़ सके। रेलवे और सरकारी व्यवस्थाएं पूरी तरह विफल रहीं।