भोपाल। फरवरी महीने में ग्रहों के गोचर में एक बड़ा बदलाव आया है। दैत्य गुरु शुक्र ने अपनी दिशा बदलकर मीन राशि में वक्री चाल शुरू कर दी है। हिंदू पंचांग और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शुक्र का राशि परिवर्तन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि यह व्यक्ति की मानसिक और भौतिक सुख-सुविधाओं को सीधे प्रभावित करता है।
आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री से कि शुक्र की वक्री चाल का राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। ये वक्री कब से कब तक रहेंगे और इस दौरान शुक्र से बचने के उपाय क्या होंगे।
शुक्र का प्रभाव
ज्योतिष में हर ग्रह का विशेष प्रभाव होता है। जैसे बुध बुद्धि के कारक होते हैं, वैसे ही शुक्र को समृद्धि, सुख और भोग का कारक माना जाता है। जब शुक्र वक्री होता है, तो यह व्यक्ति के दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकता है।
शुक्र कब तक वक्री रहेगा
हिंदू पंचांग के अनुसार, शुक्र 23 फरवरी 2025 को वक्री हो चुका है और 32 दिनों तक यानी 27 मार्च तक वक्री स्थिति में रहेगा। इस दौरान शुक्र का असर सभी राशियों पर शुभ और अशुभ रूप से पड़ेगा।
वक्री शुक्र से किसे होगा लाभ
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, जब कोई ग्रह वक्री होता है, तो इसके प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं, और शुक्र की वक्री चाल से कुछ जातकों पर प्रतिकूल असर हो सकता है। कुछ जातकों को इस समय विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता है।
23 मार्च तक इन चीजों से बचें
जब शुक्र वक्री होता है, तो व्यक्ति गलत संगति में पड़ सकता है और उसकी बुरी आदतें और भी मजबूत हो सकती हैं। ऐसे में यदि आप शराब पीने या जुआ खेलने जैसी गलत आदतों में हैं, तो 23 मार्च तक सतर्क रहें।
वक्री शुक्र का अशुभ प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार, शुक्र मीन राशि में अपनी उच्च राशि में वक्री हो रहे हैं। वक्री होने पर यह वृश्चिक और कर्क राशि वालों के लिए अशुभ रहेगा। वृश्चिक राशि वालों के लिए चौथा और कर्क राशि वालों के लिए आठवां स्थान प्रभावित होगा। हालांकि मीन राशि वाले ज्यादा प्रभावित नहीं होंगे, क्योंकि यह उनकी उच्च राशि है।
शुभ फल प्राप्त करने वाली राशियाँ
ज्योतिष गणना के अनुसार, वृष, मीन और तुला राशि वाले इस समय शुभ फल प्राप्त करेंगे।
शुक्र के वक्री होने का प्रभाव
शुक्र विलासिता, भोग और सौंदर्य का कारक होता है, लेकिन जब वह वक्री होता है, तो वह गलत कार्यों में शामिल कर सकता है और व्यक्ति की बुद्धि का ह्रास कर सकता है।
शुक्र दोष से बचने के उपाय
- नहाने के पानी में थोड़ा सा फिटकरी मिलाकर स्नान करें।
- शुक्रवार को सफेद वस्त्र पहनकर ॐ द्रां द्रीं दौं सः शुक्राय नमः मंत्र का जाप करें।
- शुक्रवार को वैभव लक्ष्मी का व्रत करें।
- शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए हीरा पहनें।
- सफेद कपड़े, चावल, दूध, दही, घी, चीनी, कपूर आदि का दान करें।
- साफ सफाई और इत्र का उपयोग करें।
- रात में उपासना और ध्यान करें।
- नियमित रूप से माता लक्ष्मी की उपासना करें।
- सफेद चंदन से तिलक लगाएं।
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