भोपाल। भोपाल के केरवा डैम नर्सरी के पास जंगल में भाजपा नेता व पूर्व सरपंच ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सुसाइड नोट नहीं मिलने से आत्महत्या की वजह का खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। बताया गया कि सुसाइड से पहले उन्होंने नौकर को फोन कर बोला कि चारों बेटों को केरवा नर्सरी के जंगल में भेज देना। उनसे जरूरी बात करनी है। नौकर के बताए अनुसार एक बेटा नर्सरी पहुंचा। वहां पेड़ पर पिता फांसी पर लटके मिले।
नौकर के बताने पर गोलू करीब पौने 2 बजे नर्सरी के पास पहुंचा। मुख्य सड़क से करीब 200 मीटर अंदर जंगल में जाकर देखा तो पिता सागौन के पेड़ पर लटके मिले। उसने तुरंत ही पुलिस को घटना की जानकारी दी। तब तक काफी देर हो चुकी थी। विजय के दो बेटे हैं। जबकि दो भतीजे हैं। वह भतीजों को भी अपने बेटों की तरह ही मानते थे। विजय की अंतिम इच्छा के अनुसार उनके शव को खेत में ही अंतिम संस्कार किया गया।
पुलिस के मुताबिक नीलबड़ निवासी विजय सिंह मारण (58) की इलाके में बड़े जमींदारों में भी गिनती होती थी। उनके बेटे गोलू उर्फ अमरीश मारण ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे पिता ने पेट्रोल पंप पर काम करने वाले नौकर को फोन किया। उन्होंने उससे कहा कि चारों बेटों को केरवा नर्सरी के पास जल्दी भेज देना। उनसे ज़रूरी बात करनी है।