भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय पांच मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल छाए हुए हैं। साथ ही रुक-रुककर वर्षा हो रही है। इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक सतना में 32.4, शिवपुरी में 21, सीधी में 19.8, भोपाल में 13.5, रीवा में 13.4, दमोह में 13, जबलपुर में 6.5,मलाजखंड में 6.3, सागर में छह उमरिया में 5.6, पचमढ़ी में 5.4, खजुराहो में 5.4, नौगांव में तीन, ग्वालियर में 2.6, मंडला में 2.6, रायसेन में 0.2, इंदौर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मंगलवार-बुधवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर, ग्वालियर, चंबल, संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। मंगलवार को जबलपुर में तेज बौछारें पड़ने के साथ ओलावृष्टि भी हुई। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ गुजरात के आसपास ट्रफ के रूप में मौजूद है। दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। छत्तीसगढ़ के दक्षिणी भाग पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त मालदीव पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन पांच मौसम प्रणालियों के असर से हवाओें के साथ लगातार नमी आ रही है। इस वजह से पूरे मध्य प्रदेश में बादल बने हुए हैं। साथ ही गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है। हालांकि सुबह के समय बादल छंटने के कारण कहीं-कहीं धूप भी निकल रही है। इस वजह से दिन के तापमान में बढ़ोतरी भी होगी