इंदौर। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बुधवार सुबह शहर और ग्रामीण क्षेत्र के जोनों में बदलाव कर दिया। जोन के प्रभारी सहायक इंजीनियरों के साथ जूनियर इंजीनियरों के भी तबादले कर दिए गए हैं। कुल 84 इंजीनियरों को इधर-उधर किया गया है। कुछ को फील्ड से हटाकर आफिस से भी पोस्टिंग दी गई है। बिजली कंपनी इस बार खराब मेंटेनेंस और आपूर्ति की परेशानियों के लिए लोगों के निशाने पर है। ऐसे में इंजीनियरों का बदलाव फिर से चुनौती बढ़ाता दिख रहा है।
तबादला आदेश के जरिए बिजली कंपनी ने शहर के 14 जोन में बदलाव किया है। संगम नगर जोन, सत्यासाई जोन, गोयल नगर जोन, जीपीएच जोन, सुखलिया जोन, तिलक नगर जोन, सांवेर रोड जोन, राजेंद्र नगर जोन, मालवा मिल जोन, राजमोहल्ला जोन, हवा बंगला, एयरपोर्ट जोन, कालानी नगर और गुमास्ता नगर जोन के सहायक इंजीनियर बदल दिए गए हैं। इसके साथ ही तमाम जोनों में सहायक इंजीनियरों को भी बदला गया है।
इसके अतिरिक्त इंदौर ग्रामीण और अन्य जिलों के वितरण केंद्रों में भी बदलाव किया गया है। मानसून के दौर के पहले इंजीनियरों के प्रभार में हुए इस बदलाव से शहर में व्यवस्थाएं प्रभावित होने का खतरा भी मंडरा रहा है। दरअसल मानसून पूर्व मेंटेनेंस का कार्य पूरा हो चुका है। प्री मानसून गतिविधियों के दौरान हर बार शहर की बिजली व्यवस्था गड़बड़ाती है। इस बार अव्यवस्थाएं ज्यादा नजर आ रही है। ऐसे में नए इंजीनियर क्षेत्र से अपरिचित और मेंटेनेंस में कमजोरी का बहाना बनाकर जिम्मेदारी से बच सकते हैं। पहली बार ऐसा हो रहा है कि कंपनी मानसून के पहले मैदानी इंजीनियरों को बदल रही है। चुनावी मौसम और तबादलों के लिए ऊपर से लगे जोर और सिफारिशों को इसकी वजह माना जा रहा है।