भोपाल। कभी भाजपा का गढ़ रहे मालवा-निमाड़ ने पिछले चुनाव मेें सत्ता की चांबी कांग्रेस को सौंपी थी। भाजपा फिर से मालवा निमाड़ में मजबूती चाहती है। इस कारण एक सप्ताह मेें निमाड़ के तीन जिलों में प्रधानमंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के दौरे की प्लानिंग तैयार की गई है। इसे मालवा-निमाड़ मेें भाजपा के चुनावी अभियान की शुरूआत के तौर पर माना जा रहा है। राजनीतिक दृष्टि से महत्व रखने वाले इस हिस्से पर भाजपा इसलिए भी फोकस कर रही है,क्योकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान निमाड़ और मालवा की 25 से ज्यादा सीटों की नब्ज टटोली थी। यहां ज्यादातर आदिवासी सीटें है।
पीएम नरेंद्र मोदी 27 को मध्य प्रदेश में अपने चुनावी दौरे की शुरुआत धार में रोड़ शो से करेंगे। इसके लिए तैयारियां हो चुकी है। इंदौर के कुछ नेता सप्ताह भर से धार के आदिवासी जिलों में जाकर भाजपा पदाधिकारियों की बैैठक ले रहे है। रोड़ शो के जरिए भाजपा आदिवासी बाहुल्य धार जिले में माहौल बनाना चाहती है,क्योकि पिछले चुनाव में धार जिले की सात विधानसभा सीटों मेें सिर्फ एक धार सीट ही भाजपा जीत सकी थी। फिर राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के भाजपा में आने के बाद भाजपा के खाते में दो सीटें दर्ज हो सकी।
BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जून के अंतिम सप्ताह मेें खरगोन के दौरे पर रहेंगे। वे कार्यकर्ता व पदाधिकारियों से सीधे मुलाकात करेंगे और सभा को भी संबोधित करेंगे। इसके लिए हर विधानसभा में बैठकों का दौर चल रहा है। नड्डा के अलावा दो-तीन अन्य केंद्रीय मंत्री भी आगामी दिनों में मालवा निमाड़ का दौरा कर सकते है।
15 सालों से सत्ता से दूर रही कांग्रेस का राजनीतिक वनवास पिछले विधानसभा चुनाव में मालवा निमाड़ के कारण खत्म हुआ था। दोनों अंचलों की 66 सीटों में से 35 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी,जबकि भाजपा को 28 सीटें ही मिल पाई थी। तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया व 22 कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद कमल नाथ सरकार गिर गई थी। उसके बाद 2020 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस के कब्जे वाली सीटों की संख्या घटकर 30 रह गई थी।