प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोहतांग में करीब 10,000 फ़ीट की ऊँचाई पर बनी दुनिया की सबसे लंबी टनल ” अटल टनल ” (Atal Tunnel) का उद्धघाटन किया। प्रधानमंत्री के साथ राजनाथ सिंह भी थे मौजूद । इस टनल की लम्बाई करीब 9.2 किलोमीटर हैं। इस टनल को बनाने में क़रीब 10 साल का समय लगा, 2010 में हुई थी इसे बनाने की शुरुआत। इस टनल का नाम “अटल टनल” पूर्व प्रधानमंत्री ” अटल बिहारी बाजपेयी ” के नाम पर रखा गया हैं।
इस टनल से लेह और मनाली के बीच की दूरी करीबन 46 किलोमीटर तक काम हो जाएगी और साथ ही मनाली और लाहौल-स्पीति घाटी 12 महीने जुड़े रहेंगे। भारी बर्फबारी की वजह से इस घाटी का छह महीने तक संपर्क टूट जाता था।
अटल टनल (Atal Tunnel) की ख़ासियत
- 2958 करोड़ रुपए के खर्च से बनी।
- 14508 मीट्रिक स्टील लगा।
- 2,37,596 मीट्रिक सीमेंट का इस्तेमाल हुआ।
- 14 लाख घन मीटर चट्टानों की खुदाई हुई।
- हर 150 मीटर की दूरी पर 4G की सुविधा।
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण में कही गयी बातें
मोदी जी ने कहा आज हिमाचल प्रदेश के लोगों का दशकों पुराना इंतजार खत्म हुआ। मेरा सौभाग्य है कि मुझे अटल टनल के लोकार्पण का अवसर मिला।
यह टनल भारत के बॉर्डर इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी नई ताकत देने वाली है।
लोकार्पण की चकाचौंध में वे लोग पीछे रह जाते हैं जिनकी मेहनत से ये पूरा होता है।
उनकी मेहनत से इस संकल्प को आज पूरा किया गया है। इस महायज्ञ में पसीना बहाने वाले, जान जोखिम में डालने वाले मेहनतकश जवानों, मजदूर भाई-बहनों और इंजीनियरों को मैं प्रणाम करता हूं।