ग्वालियर। अम्मा महाराज राजमाता विजयाराजे सिंधिया के जन्मशताब्दी वर्ष का समापन समारोह आज (12 अक्टूबर) का मुख्य कार्यक्रम ग्वालियर में आयोजित किया गया। इसे यादगार बनाने के लिए बीजेपी (BJP) नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा विजयाराजे सिंधिया की याद में 100 रुपए के सिक्के का विमोचन किया गया। कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, माया सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया राजमाता की छतरी पर पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचे। इस कार्यक्रम में सभी ने भारतीय राजनीति में राजमाता के अमूल्य योगदान को याद किया।
यशोधरा राजे सिंधिया ने ही उन्हे याद करते हुए कहा, “अम्मा महाराज रोल मॉडल थी, आज के युवाओं को उनके बारे में जानना चाहिए”।
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शिवराज सिंह ने कहा बीजेपी (BJP) एक विशाल स्वरूप बट वृक्ष उनकी देन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “महारानी होकर भी वह जनता की सेवा का पर्याय बन गई थी, वह अन्याय के खिलाफ संघर्ष का प्रतीक थी”। उन्होंने आगे कहा, राजमाता का महत्वपूर्ण योगदान था राजमाता का प्रभाव इतना था जितना आज भारतीय जनता पार्टी (BJP) का विशाल स्वरूप बट वृक्ष का हैं। राजमाता ने जीवन भर आपातकाल के विरुद्ध संघर्ष किया और सशक्त और समृद्ध शाली भारत निर्माण किया।
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आपातकाल में तिहाड़ जेल में रही, उन्होंने अपना पूरा जीवन होम कर दिया। लेकिन कभी झुकी नहीं रुकी नहीं ऐसी वात्सल्यमई करुणामई मां को नमन करते हैं। वह राम जन्मभूमि आंदोलन में भी सम्मिलित थी। राजमाता अनाज कपड़े कंबल बर्तन लेकर सबसे पहले पीड़ित जनता की सेवा के लिए पहुंच गई थी। खुली खुली कार्यकर्ताओं की एक बस्ती थी, उनका एक विशाल परिवार था भारतीय जनता पार्टी (BJP) का आज विशाल वटवृक्ष का स्वरूप है। जिसको बनाने में राजमाता का योगदान था।
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प्रधानमंत्री ने उनकी स्मृति में 100 का सिक्का जारी किया
1971 में जब देश में इंदिरा गाँधी की लहर थी। तब राजमाता सिंधिया और माधवराव सिंधिया ने मिलकर मध्य भारत की 11 ही लोकसभा सीटों पर जंक्शन को जीत दिलाई थी। उनकी बड़ी इच्छा थी कि अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर का निर्माण हो। हम ऐसी करुणामई माँ को व्हाट्सएप से नहीं बल्कि पुरे दिल से उस ममतामई मां के चरणों में प्रणाम करते हैं। प्रधानमंत्री जी ने उनकी स्मृति में जो सिक्का जारी किया है वह उनके चरणों में देश की तरफ से श्रद्धांजलि है।
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शिवराज का कमलनाथ पर पलटवार
साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ पर पलटवार करते हुए कहा, कमलनाथ बौरा गए हैं, कल वह कह रहे थे, खंभों में तार नहीं है, तारों में बिजली नहीं है। किसी ने उन्हें दूसरा पन्ना दे दिया वह भूल गए के यह बंटाधार तो उन्ही की अपनी पार्टी ने किया है। वे अपने ही कार्यकाल की उपलब्धियों को गिना रहे थे, खंबे में तार नहीं है, तार में बिजली नहीं है। साफ है, कि वे बौखला गये हैं, इसलिए उनकी बात का क्या जवाब दें।
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