ग्वालियर। मप्र – ग्वालियर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर एक गंभीर हादसा हुआ, जिसमें छत पर काम कर रहा एक मजदूर गिर गया और 12 एमएम मोटाई के तीन सरिये उसके पेट और सीने के आर-पार हो गए। घटना के तुरंत बाद उसे उसी स्थिति में जेएएच के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। पहली बार, वर्कशॉप के इंजीनियर और जेएएच के डॉक्टरों ने मिलकर रात भर ऑपरेशन किया। पहले, वर्कशॉप प्रभारी ने ग्राइंडर मशीन से सरियों को काटा। इसके बाद मजदूर का सीटी स्कैन किया गया, और डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर उसकी जान बचाई। फिलहाल घायल की हालत स्थिर है, और डॉक्टर उसकी स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं।
दरअसल शहर के उपनगर ग्वालियर स्थित घासमंडी निवासी 30 साल का छोटू जाटव पेशे से मजदूर है। मंगलवार शाम को वह रेलवे स्टेशन ग्वालियर के प्लेटफार्म नंबर चार पर काम कर रहा था। यहां रेलवे स्टेशन के कायाकल्प के लिए निर्माण कार्य चल रहा है। वह यहां पोल निर्माण के लिए छत पर काम करने पहुंचा। यहां छत पर आधे में लटक कर काम करना होता है। एक चेन बेल्ट होती है उस पर खड़े होकर मजदूर काम करते हैं।
चेन बेल्ट जगह-जगह पर लॉक रहती है। जैसे ही छोटू ने पोल से छत की ओर निर्माण का काम शुरू किया तभी चेन बेल्ट अनलॉक हो गई और छोटू नीचे खुले पड़े सरियों पर आ गिरा। तीन सरिए उसके शरीर में घुस गए। दो सरिए तो कमर से आरपार हो गए। एक सरिया सीने के पास से निकला था। जिसके बाद उसे गंभीर हालत में जेएएच पहुंचाया गया था। जहां अभी भी उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। छोटू को जेएएच के ट्रॉमा सेंटर लाया गया था।
जेएएच प्रबंधन ने अस्पताल वर्कशॉप प्रभारी अतर सिंह जाटव को कॉल किया। वर्कशॉप प्रभारी और उनकी टीम ने सबसे पहले सरियों को ग्राइंडर मशीन से काटा। रात भरा चले ऑपरेशन के बाद मरीज को सर्जरी विभाग के आईसीयू में शिफ्ट किया गया। इस हादसे में ठेकेदार की लापरवाही सामने आई है। उसने बिना किसी सुरक्षा उपकरण और ट्रेनिंग के मजदूर को काम करने के लिए छत पर चढ़ा दिया। जहां से गिरकर वह हादसे का शिकार हो गया। घायल के परिजन भी ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।