हां, मैं नंगे भूखे घर का हूं, इसलिए गरीबों का दर्द समझता हूं – शिवराज सिंह 

मध्य प्रदेश किसान कांग्रेस के नेता दिनेश गुर्जर (Dinesh gurjar) द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) को नंगे भूखे घर का बताने वाले बयान पर चौहान ने जवाब देते हुए सोमवार को कहा कि हां, वह नंगे भूखे परिवार से हैं, इसलिए गरीबों का दुख-दर्द समझते हैं जो कि एक उद्योगपति नहीं समझ सकता।

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मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा के उपचुनाव के प्रचार अभियान के तहत पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) के मौजूदगी में अशोक नगर जिले के राजपुर कस्बे में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए गुर्जर ने रविवार को कहा था, ”कमलनाथ देश के दूसरे नंबर के उद्योगपति हैं। शिवराज की तरह नंगे भूखे घर के नहीं हैं। वो खुद को किसान नेता कहते हैं…।”

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गुर्जर के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवराज सिंह (shivraj singh) ने सोमवार को ट्वीट किया, ” हां… मैं ‘नंगे-भूखे परिवार से हूं, इसी लिए उनका दुःख-दर्द समझता हूं। हां…मैं गरीब हूं इसी लिए गरीब बेटे-बेटियों को मामा बन पढ़ाता हूं। गरीब हूं इसी लिए गरीब मां-बाप की बेटियों का कन्यादान करता हूं। गरीब हूं, इसी लिए हर गरीब का दर्द समझता हूं… प्रदेश को समझता हूं।”

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शिवराज ने सोमवार को गुना जिले के बामोरी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता कहते हैं कि शिवराज भूखे-नंगे घर का है। हां, मैं भूखे-नंगे घर का हूं। मैंने बीमारियां, गरीबी, समस्याएं देखी हैं। मैं ग़रीबों का दर्द जानता हूं। उद्योगपति क्या जानें।

 

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