शिवपुरी। कूनो नेशनल पार्क के बाड़े से बाहर निकली मादा चीता को तलाशने के लिए चीता ट्रेकिंग टीम भी निकली हुई थी। करीब रात 12.30 बजे बूराखेड़ा गांव में टीम पर ग्रामीणों ने फायरिंग कर दी और मारपीट भी की। बताया जाता है कि ग्रामीणों ने टीम को डकैत समझा और उन्हें भगाने के लिए हवाई फायर कर दिए। पथराव व मारपीट में वन विभाग के चार कर्मचारियों के चोटिल होने की खबर है। इनका मेडिकल पोहरी अस्पताल में कराए जाने की सूचना है।
जानकारी के मुताबिक कूनो नेशनल पार्क से मादा चीता निकली हुई है। उसके गले में लगे जीपीएस के आधार पर वन विभाग की चीता ट्रेकिंग टीम उसे ट्रेक कर रही थी। रात के समय में टीम शिवपुरी के बूराखेड़ा गांव के पास से गुजरी। रात में एक साथ टीम के सदस्यों को जाता देख ग्रामीणों ने मवेशी चोर समझ कर उस पर फायरिंग कर दी। जिससे मवेशी चोर भाग जाएं। लेकिन टीम वापस नहीं लौटी तो ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस दौरान ग्रामीणाें ने टीम के सदस्यों से मारपीट भी कर दी। साथ ही पथराव भी किया। जिसमें वन विभाग का वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गई। बताया जाता है कि वन विभाग के चार कर्मचारी इस हमले में घायल हुए हैं।
बताया जाता है कि बूराखेड़ा गांव में पूर्व में दो तीन चोरी हो चुकी हैं और डकैतों का मूवमेंट भी होता रहता है। रात में चीता का तलाश रही वन विभाग की टीम ने वाहन से गांव के दो तीन चक्कर लगाए। ऐसे में ग्रामीणों ने समझा कि डकैत ही हैं। इसलिए किसी ग्रामीण ने हवाई फायर भी किए। लेकिन टीम वापस नहीं लौटी। ऐसे में ग्रामीणों ने उन पर पथराव कर दिया। जिसमें वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। चूंकि वन विभाग की टीम के सदस्य डांगरी भी पहने हुए थे। डकैत भी डांगरी पहनते है। इसलिए भी ग्रामीणों को गलत फहमी हुई और हमला कर दिया है।